bibaaii meaning in kannauji
बिबाई के कन्नौजी अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- पैर की एड़ियों में फटने वाली दरारें जो बहुत ही पीड़ादायक होती हैं
बिबाई के हिंदी अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
-
एक रोग जिसमें पैरों के तलुए का चमड़ा फठ जाता है और वहाँ जख्म हो जाता है, इससे चलने फिरने में बहुत कष्ट होता है, यह रोग प्रायः जाडे के दिनों में और बुड्ढों को हुआ करता है
उदाहरण
. जिसके पैर न फटी बिवाई । वह क्या जाने पीर पराई ।
बिबाई के तुकांत शब्द
संपूर्ण देखिएबिबाई के बुंदेली अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- पैर के तलवे में चमड़ी फटने का रोग
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