स्वर

स्वर के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

स्वर के अंगिका अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • ग्राम-संगीत

संज्ञा, पुल्लिंग

  • वह ध्वनि जो किसी प्राणी के मुख से अथवा किसी पदार्थ पर आधात पड़ने से उत्पन्न हो व्याकरण में वह वर्णात्मक शब्द जिसका उच्चारण आप से आप हो

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