य:

य: के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

य: के अंगिका अर्थ

  • ई अंगिका वर्णमाला रौं उन्नीसवी व्यंजन वर्ण छेकय जे उकार केरों विकार और अंतस्थ अर्द्ध वयंजन मानलों जाय छै। अंगिका उच्चारण में ईं ब' रॉ स्थान लैय छै। आरू एंकरों उच्चारण स्थान ओठ छै। मतरकि लिखित प्रयोग वांछनीय छै

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