abhaav meaning in braj
अभाव के ब्रज अर्थ
पुल्लिंग
- असत्ता, अनस्तित्व, अविद्यमानता, न होना
- आधुनिक नैयायिकों के मत के अनुसार वैशेषिक शास्त्र में सातवाँ पदार्थ, (कणादकृत सूत्रग्रंथ में द्रव्य, गुण, कर्म, सामान्य, विशेष और समवाय, इन छ: पदार्थ के अलावा अभाव माना गया है) अभाव पाँच प्रकार का है, यथा (क) प्रागभाव (ख) प्रध्वंसाभाव (ग) अन्योन्या
- टोटा, त्रुटि, कमी, घाटा
विशेषण
- भाव-रहित, स्नेह-रहित, लोप, अंतरिक्ष, अंतर्धान
पुल्लिंग
- कुभाव, दुर्भाव, विरोध
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