अघ

अघ के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

अघ के ब्रज अर्थ

पुल्लिंग

  • पाप , पातक , अधर्म , गुनाह

    उदाहरण
    . तैसें अघ दुख काटि बलि करमफंद डिढ़ नाथ ।

  • दुःख , विपत्ति

    उदाहरण
    . ज पद-पदुम-परस-बल-पावन-सुरसरि-दरस कहत अघ भारे।

  • अघासुर नामक एक असुर जिसका श्रीकृष्ण ने वध किया था

    उदाहरण
    . अघ, बक, बृषभ, बकी, धैनुक हति, भव- जल-निधि त उवारे ।

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