akbak meaning in braj
अकबक' के ब्रज अर्थ
क्रिया-विशेषण, विशेषण, पुल्लिंग
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असम्बद्ध प्रलाप , निरर्थक बात या शब्द
उदाहरण
. जैसे कछु अकबक बकत है आज हरि, तैसइ जानि नाव मख काहू को निकसि जाय । -
घबड़ाहट , चिन्ता
उदाहरण
. इंद्र जू के अकवक, धाता जू के धकपक संभु के जू के सकपक, केशोदास को कहै । - होश-हवास , सुधि , चतुराई
- भौचक्का , चकित , निस्तब्ध
-
संभ्रमित होकर , घबराये हुए, घबराकर
उदाहरण
. कोप मघवा को लोग अकबक जोहैं री ।
- चौंकना , भौंचक रह जाना
- श्रेष्ठ
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हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली
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