akbak meaning in braj
अकबक' के ब्रज अर्थ
क्रिया-विशेषण, विशेषण, पुल्लिंग
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                                                                        असम्बद्ध प्रलाप ,  निरर्थक बात या शब्द
                                                                                उदाहरण 
 . जैसे कछु अकबक बकत है आज हरि, तैसइ जानि नाव मख काहू को निकसि जाय ।
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                                                                        घबड़ाहट ,  चिन्ता
                                                                                उदाहरण 
 . इंद्र जू के अकवक, धाता जू के धकपक संभु के जू के सकपक, केशोदास को कहै ।
- होश-हवास , सुधि , चतुराई
- भौचक्का , चकित , निस्तब्ध
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                                                                        संभ्रमित होकर ,  घबराये हुए,  घबराकर
                                                                                उदाहरण 
 . कोप मघवा को लोग अकबक जोहैं री ।
- चौंकना , भौंचक रह जाना
- श्रेष्ठ
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