अलेख

अलेख के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

अलेख के ब्रज अर्थ

विशेषण

  • जिसका लेखा, नाप जोख या अंदाज न हो सके , बहुत अधिक

    उदाहरण
    . काहे कि रन में मरन तें जस जगमगात अलेख

  • जो दिखाई न दे
  • जो सहज में समझ में न आवे, दुर्बोध
  • जिस पर किसी का ध्यान न गया हो
  • जो जाना न जा सके , अज्ञय ए
  • अभूतपूर्व , पु० देवता

    उदाहरण
    . साजि तिय नरभेषनि सहित अलेखनि करहि असेपनि गानन कों ।

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हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली

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