अनादर

अनादर के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

अनादर के ब्रज अर्थ

सकर्मक क्रिया, पुल्लिंग, सकर्मक

  • निरादर , असम्मान, अप्रतिष्ठा , अवज्ञा
  • अपमान , बेइज्जती , तिरस्कार

    उदाहरण
    . कर अनादर कंत को प्रगट जनाब कोप ।


संज्ञा, पुल्लिंग

  • दे० 'अनर'
  • तिरस्कार करना, आदर न देना

    उदाहरण
    . या रस के प्रतिबंधक जेते उनि बातनि अनदरि रे रसना।

सब्सक्राइब कीजिए

आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।

बेहतर और सरल अनुभव के लिए हिन्दवी डिक्शनरी ऐप

डाउनलोड कीजिए

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा