bhaagvat meaning in braj
भागवत के ब्रज अर्थ
पुल्लिंग
- अष्टदश पुराणांतर्गत एक पुराण , जब अनेक ग्रंथों की रचना करने पर श्री वेदव्यासजी को मानसिक शांति नहीं हुई तब उन्होंने इस अनुपम ग्रंथ को रचना की , इसमें बारह स्कंध, तीन सौ बारह अध्याय और अठारह सहस्र स्कंध है, इसकी शैली दुरूह होते हुए भी मनोहर है इसके बारे
पुल्लिंग
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वैष्णव भक्त
उदाहरण
. ३०-पर भागवत रतन रसिक जु परीछित राजा ।
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हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली
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