bhag meaning in braj
भग के ब्रज अर्थ
पुल्लिंग
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ऐश्वर्य , विभूति जो छः प्रकार की है, यथा-ऐश्वर्य, धर्म, यश, लक्ष्मी, ज्ञान और योनि ; योनि के सहस्र चिह्न जो अहल्या के शाप से इंद्र के शरीर पर बन गये थे
उदाहरण
. सुरन मध्य सुरराज देह ते भग पाछो नहि बो० पृ० ३६ -
स्त्री की जननेंद्रिय , योनि
उदाहरण
. अंग भग मंडित भयो ।
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हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली
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