भव

भव के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत
  • अथवा - भौ

भव के ब्रज अर्थ

विशेषण

  • उत्पत्ति ; जन्म ; शिव ; मेघ ; दे० 'चतुर' ; संसार

    उदाहरण
    . मेरी भव-बाधा हरौ, राधा नागरि सोइ बि० १/१

  • सत्ता, ८.प्राप्ति , ९. कारण, १०.कामदेव , ११. जन्म मरण संबंधी दुख , १२. भय

    उदाहरण
    . भूषित रघुबर वंस भक्त बत्सल भव खंडन ।


पुल्लिंग

  • देखिए : 'भव'

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