bhe.nT meaning in braj
भेंट के ब्रज अर्थ
अकर्मक क्रिया, स्त्रीलिंग, अकर्मक
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मिलन , साक्षात्कार; श्री ठाकुर जी अथवा गुसाईं जो को क्षद्धापूर्वक अर्पित किया गया द्रव्य तथा अन्य वस्तुएँ; नजर , चढ़ौती
उदाहरण
. हठ तें हथ्यार फेंट बांधि उमराव राखे लीन्ही तब नौरंग ने भेंट सिवराज की । -
उपायन
उदाहरण
. चारि पदारथ दिए सुदामा तंदुल भेंट धर्यो । -
मुलाकात करना , मिलना ; गले लगाना
उदाहरण
. मनभावन की भावति, भेंटती रस उतकंठ ।
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