kaa.ii meaning in braj
काई के ब्रज अर्थ
स्त्रीलिंग
- सेवार , पानी या सील में होने वाली एक प्रकार की महीन घास
- मैल , कालापन ; कलक
क्रिया-विशेषण
- कुछ भी
पुल्लिंग
- लोहे तांबे आदि धातुओं का मुर्चा
- काई छुड़ाना—(१) कलङ्क दूर करना, (२) दुःख-दरिद्र दूर करना
- काई लगना—निष्क्रिय होना
- काई सा फट जाना—तितर-बितर हो जाना , छैट जाना
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हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली
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