कड़ाह

कड़ाह के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत
  • अथवा - कड़ाहा

कड़ाह के ब्रज अर्थ

पुल्लिंग

  • आँच पर चढ़ाने का लोहे का बहुत बड़ा गोल बरतन जिसके दोनों ओर पकड़ने के लिए कुंडे लगे रहते हैं, इसमें पूरी हलवा इत्यादि बनाते हैं

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