कंप

कंप के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

कंप के ब्रज अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • कँपकँपी, थरथराहट, कंपन
  • शृंगार के सात्विक अनुभावों में से एक

    उदाहरण
    . त्यों पदमाकर देखती हो तनको तन कंप न जात सम्हारो।

  • उभड़ी हुई कँगनी

अकर्मक क्रिया

  • कँपकपी, काँपना
  • हिलना, डोलना
  • भयभीत होना, डरना

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