करण

करण के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

करण के ब्रज अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • व्याकरण का तीसरा कारक
  • हथियार
  • इंद्रिय
  • देह
  • करना, क्रिया
  • स्थान
  • हेतु
  • तिथियों का एक विभाग
  • नृत्य-कला में हाथ द्वारा प्रदर्शन विशेष
  • गणित में वह संख्या जिसका वर्गमूल पूरा-पूरा न निकल सके
  • जाति विशेष
  • योगियों का एक आसन
  • कान

सब्सक्राइब कीजिए

आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।

हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली

रजिस्टर कीजिए

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा