कूक

कूक के अर्थ :

  • अथवा - कूकाकूकू

कूक के ब्रज अर्थ

  • गूंज, 'कू-कू' की ध्वनि

अकर्मक क्रिया, स्त्रीलिंग

  • लंबी सुरीली आवाज

    उदाहरण
    . प्रमदा गन पर बरसही कूक देत अहीर ।

  • मोर या कोकिल की बोली
  • लंबी सुरीली आवाज निकालना

    उदाहरण
    . कूकत है चकवा-चकई कहैं कैसी भई विधि रोति बढ़ाई ।

  • कोयल या मोर की बोली बोलना

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हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली

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