कूर्म

कूर्म के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

कूर्म के ब्रज अर्थ

पुल्लिंग

  • कछुआ; पृथ्वी; प्रजापति का अवतार विशेष ; ऋग्वेद के अनेक सूत्रों का प्रादुर्भाव करने वाले ऋषि विशेष ; नेत्रों में रहने वाला वायु, जिसके प्रभाव से पलक खुलते तथा बंद होते हैं; नाभि चक्र के पास की एक नाड़ो विशेष, जिसे पोतनहर कहते हैं; वि

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