मात

मात के अर्थ :

मात के ब्रज अर्थ

सकर्मक क्रिया, सकर्मक

  • उन्मत्त होना , मतवाला होना

विशेषण, स्त्रीलिंग

  • 'माँ' ; गौ; भूमि ; विभूति ; लक्ष्मी ; खेती ; इंद्रवारुणी , ८. शीतला, चेचक , ९. बसंत रोग
  • मदमस्त , मतवाला ; हार, पराजय

    उदाहरण
    . इंदु मात तेहि तात सो सरधत प्रगट देखियत सा० ६६४/७७

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