रोह

रोह के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

रोह के ब्रज अर्थ

अकर्मक क्रिया, अकर्मक, सकर्मक

  • सवार होना , चढ़ना, ऊपर की ओर गमन करना
  • चढ़ाना , सवार कराना, ऊपर करना

पुल्लिंग

  • चढ़ाई , आक्रमण ; अंकुर; कली

स्त्रीलिंग

  • मछ्ली विशेष

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हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली

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