संख'

संख' के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

संख' के ब्रज अर्थ

  • लंबी चौड़ी हाँकने वाला व्यक्ति ; मूर्ख

पुल्लिंग

  • दे० 'शंख'

पुल्लिंग

  • दश खर्व की संख्या ; कनपटी; हाथी का गंडस्थल ; पैर का चिन्ह ; असुर विशेष ; एक निधि ; विराट राजा का पुत्र , ८. कुबेरदेव की निधि , ९. हंसध्वज का भ्राता

सब्सक्राइब कीजिए

आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।

बेहतर और सरल अनुभव के लिए हिन्दवी डिक्शनरी ऐप

डाउनलोड कीजिए

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा