तरस

तरस के अर्थ :

  • अथवा - तरस्स

तरस के ब्रज अर्थ

अकर्मक क्रिया, पुल्लिंग, अकर्मक

  • दया , रहम
  • किसी वस्तु को पाने के लिये बेचैन रहना

    उदाहरण
    . सुन जानिये धौं कित छाय रहे, दृग चातिग प्रान तपे तरसै ।

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