ubhaar meaning in braj
उभार के ब्रज अर्थ
पुल्लिंग
- उभरने अथवा बढ़ने की क्रिया या अवस्था
-
ऊपर की ओर उभरा हुआ अंश, उठान
उदाहरण
. उरजनि करयो उभारु अब उर जनि करै उघारु ।
सकर्मक क्रिया, सकर्मक
- ऊपर उठाना, लाना, उभरने में प्रवृत्त करना
- भड़काना, उकसाना, उत्तेजित करना; उत्साहित करना
पुल्लिंग
- उभरने अथवा बढ़ने की क्रिया या अवस्था
-
ऊपर की ओर उभरा हुआ अंश, उठान
उदाहरण
. उरजनि करयो उभारु अब उर जनि करै उघारु ।
सकर्मक क्रिया, सकर्मक
- ऊपर उठाना, लाना, उभरने में प्रवृत्त करना
- भड़काना, उकसाना, उत्तेजित करना; उत्साहित करना
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