viraaj meaning in braj

विराज

विराज के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

विराज के ब्रज अर्थ

विशेषण, पुल्लिंग

  • बिजार का अपभ्रंश , साँड़
  • अराजक शासन रहित

    उदाहरण
    . सुनि नाथ दुख की गाथ, जासों होत सहर बिराज ।


सकर्मक क्रिया, सकर्मक

  • होना , रहना ; शोभित होना; प्रकाशित होना

    उदाहरण
    . कृपा विशेष विराजहु निसि दिन जोरी गिरिधर साथ की ।

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