gorakh-naath meaning in bundeli
गोरखनाथ के बुंदेली अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- नाथ सम्प्रदाय के प्रसिद्ध संत इनको शिव का अवतार माना जाता था, ये आल्हखंड के नायक आल्हा के गुरू आल्हा अमर थे, चन्देलों की अन्तिम पराजय के समय जब इनके भाई ऊदल सहित सभी बीरगति को प्राप्त हुए तब आल्हा रण भूमि में बहुत दुखी हुए, उस समय गुरू गोरखनाथ प्रकट हुए और आल्हा को अपने साथ ले गये
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
बेहतर और सरल अनुभव के लिए हिन्दवी डिक्शनरी ऐप
डाउनलोड कीजिएक्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा