हाय

हाय के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

हाय के बुंदेली अर्थ

अव्यय

  • दुख, क्लेश या पीड़ा सूचक शब्द,

    उदाहरण
    . उदा. हाय करबो शोक प्रकट करना,


संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • नजर, कुदृष्टि, ईर्ष्या जन्य दुख के कारण मुँह से निकलने वाला दीर्घ नि:श्वास, संवेदना सूचक निपात,

    उदाहरण
    . उदा. हाय की पुतरिया - एक प्रकार की ताबीज जिस पर देवी की आकृति बनी रहती है, जो बच्चे को हाय या नजर लगने के उद्देश्य से पहनायी जाती है, हाय साँस कष्टपूर्ण, साँस, हाय करके रै जावो - चुपचाप घोर कष्ट सहकर बैठ जाना।

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