पऽर

पऽर के अर्थ :

पऽर के गढ़वाली अर्थ

क्रिया-विशेषण, परसर्ग

  • एक उपसर्ग, प्रत्यय, परसर्ग और क्रि०वि०, जिसके लगने से अर्थ में भिन्नता या विशेषता आ जाती है

  • परन्तु

विशेषण

  • अपने से भिन्न, गैर, दूसरा, अन्य

संज्ञा, पुल्लिंग

  • पंख, डैना

संज्ञा, पुल्लिंग

  • दोष
  • उस लड़के पर कई प्रकार के लांछन लगे हुए हैं

Adverb, postposition

  • a prefix, affix, suffix or adyerb which gives emphasis or special meaning.

  • but.

Adjective

  • different, belonging to another.

Noun, Masculine

  • wing, feather.

Noun, Masculine

  • defect, default.

    उदाहरण
    . ये नौना पर पऽर लग्यां छन

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हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली

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