भोग

भोग के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत
  • अथवा - भोग बंधा

भोग के मगही अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • कर्म का फल
  • सुख-चैन
  • ग्रह या राशि के भुगतने का समय
  • देवी-देवता को अर्पित नैवेद्य
  • भोजन करना
  • विषय-वासना, ऐयाशी
  • भाग्य, प्रारब्ध

  • दे. 'भुगतबंधा'

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