चोप

चोप के अर्थ :

चोप के मगही अर्थ

देशज ; संज्ञा

  • ताड़ के व्रत (खगड़ा, डाल) का रेशा जिसकी रस्सी बनती है; इस रेशे की रस्सी; शामियाने का खंभा यथा: बत्तिस चोंप के सामियाना; ताशा, नगाड़ा आदि को बजाने की लकड़ी, चोब; बाजों पर बजाने के धुन की इकाई; (चपचपा) आम आदि फलों का रस, लस्सी, दूध; (चाव) इच्छा, चाह, उमंग

सब्सक्राइब कीजिए

आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।

बेहतर और सरल अनुभव के लिए हिन्दवी डिक्शनरी ऐप

डाउनलोड कीजिए

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा