-
1.
पलका
पलंग, चारपाई
-
2.
पलना
पालने का अकर्मक रूप, ऐसी स्थिति में रहना जिसमें भोजन वस्त्र आदि आवश्यकताएँ दूसरे की सहायता या कृपा से पूरी हो रही हों, दूसरे का दिया भोजन वस्त्रादि पाकर रहना, भरित पोषित होना, परवरिश पाना, पाला या पोसा जाना, जैसे,— (क) उसी अकेले की कमाई पर सारा कुनबा पलता था, (ख) यह शरीर आपही के नमक से पला है
-
3.
पला
पल, क्षण, पलक, पल्ला, किवाड़- खिड़की का खड़ा पट्ट; आँचल, पल्लू
-
4.
पलपल
मुलायम, गीला, दे. 'पुलपुल'
-
5.
पली
एक प्राचीन भाषा जिसमें बौद्धों के धर्मग्रंथ लिखे हुए हैं और जिसका पठन पाठन स्याम, बरमा, सिंहल आदि देशों में उसी प्रकार होता है जिस प्रकार भारतवर्ष में संस्कृत का