वरद

वरद के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

वरद के मालवी अर्थ

  • वरदान देने वाला, मंगलकारी, शुभ, विवाह में गीत गाती हुई स्त्रियों का कुम्हार के यहाँ मंगल कलश लेने को जाना, मंगलकलश का स्थापन, शुभ दिन, सम्पूर्ण वैवाहिक काम।

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