punruktavdaabhaas meaning in hindi
पुनरुक्तवदाभास के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- वह शब्दलंकार जिसमें शब्द सुनने से पुनरुक्ति सी जान पड़े परंतु यथार्थ में न हो, जैसे,— वंदनीय केहि के नहीं वे कविंद मति मान, स्वर्ग गए हू काव्यरस जिनको जगत जहान, इसमें 'जगत' और 'जहान' इन दोनों शब्दों के प्रयोग में पुनरुक्ति जान पड़ती है, पर है नहीं, क्योंकि 'जगत्' का अर्थ है—जगता है
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