saatasvruup meaning in braj
सातस्वरूप के ब्रज अर्थ
पुल्लिंग
- संप्रदाय में गुसाई विट्ठल नाथ जी पवित्र, मात, ने अपने सात पुत्रों में सेव्य स्वरूपों का बंटवारा किया था जो अद्यावधि उसी प्रकार वर्तमान है, १. श्रीनाथ जी, नवनीत प्रिय जी-नाथद्वार (राज.), श्री मथुरेश जी-अतीपुरा (ब्रज); श्री विठ्ठलनाथ जी-नाथद्वार (ब्रज
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