se.nk meaning in braj
सेंक के ब्रज अर्थ
सकर्मक क्रिया, स्त्रीलिंग, सकर्मक
-
गरम करना , भूनना
उदाहरण
. दुहूँ ओर उर मैं धर सेंकि सेंकि के चीर । -
अंगारे पर भूनने की क्रिया, अग्नि के सहारे गरमाने की क्रिया
उदाहरण
. आगि की सेंक दे पानी को पोच बजो बर बंब जग्यो अकुलानी ।
सेंक के हिंदी अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- आँच के पास या दहकते अंगारे पर रखकर भूनने की क्रिया
- आँच के द्वारा गरमी पहुँचाने की क्रिया , जैसे,—दर्द में सेँक से बहुत लाभ होगा , क्रि॰ प्र॰—करना , —देना , —होना , यौ॰—सेँकसाँक
-
दर्द आदि से छुटकारा पाने के लिए शरीर के किसी भाग को सेंकने की क्रिया
उदाहरण
. सेंक से मोच आदि में राहत मिलती है । - सेंकने की क्रिया या भाव
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- लोहे की कमाची जिसका व्यवहार छीपी कपड़े छापने में करते हैं
सेंक के तुकांत शब्द
संपूर्ण देखिएसेंक के अवधी अर्थ
सेंकाई
संज्ञा
- सेंकने की क्रिया
सेंक के कन्नौजी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- सेंकने की क्रिया या भाव
सेंक के मगही अर्थ
संज्ञा
- सेंकने की क्रिया या भाव, आग, औंच, गर्मी, गर्म पानी आदि के द्वारा किया गया उपचार
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