utsedh meaning in braj
उत्सेध के ब्रज अर्थ
विशेषण, पुल्लिंग
- बढ़ती , वृद्धि ; उन्नति; ऊँचाई
-
ऊँचा; श्रेष्ठ
उदाहरण
. तहाँ कहत आछेप है कबिजन मति उत्सेध ।
विशेषण, पुल्लिंग
- बढ़ती , वृद्धि ; उन्नति; ऊँचाई
-
ऊँचा; श्रेष्ठ
उदाहरण
. तहाँ कहत आछेप है कबिजन मति उत्सेध ।
उत्सेध के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- ऊँचाई
- वृद्धि, बढ़ती, उन्नति
-
आजकल किसी वस्तु की कोई ऐसी आपेक्षिक ऊँचाई जो किसी विशिष्ट कोण, तल आदि के विचार से हो
उदाहरण
. कुरसी या भू-तल के विचार से भवन का उत्सेध। - मोटाई, घनता
- शरीर का शोथ
विशेषण
- ऊँचा
-
श्रेष्ठ
उदाहरण
. जहाँ कहीं निज बात को समुझि करत प्रतिषेध। तहाँ कहत आक्षेप हैं कवि जन मति उत्सेध।
उत्सेध के तुकांत शब्द
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