स्वरूप के पर्यायवाची शब्द
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अंतस्तल
मन हृदय, चित्त
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आकार
रंग-रूप, शक्ल-सूरत
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आकृति
बनावट, गठन, ढाँचा
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आदत
सत्कृत, सम्मानित
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गठन
बनावट
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गुण
किसी वस्तु में पाई जाने वाली वह बात जिसके द्वारा वह दूसरी वस्तु से पहचानी जाए, वह भाव जो किसी वस्तु के साथ लगा हुआ हो, धर्म, सिफ़त
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गूढ़ार्थ
अंदर छिपा हुआ अर्थ
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टेव
लत, आदत, स्वभाव
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ढव
ढंग युक्ति रीति
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ढाँचा
किसी वस्तु की रचना की प्रारंभिक अवस्था में स्थूल रूप से संयोजित अंगों की समष्टि, किसी चीज़ को बनाने के पहले परस्पर जोड़-जाड़कर बैठाए हुए उसके भिन्न-भिन्न भाग जिनसे उस वस्तु का कुछ आकार खड़ा हो जाता है, कोई चीज़ बनाने के पहले निर्मित रूपरेखा, ठाट, टट्टर
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तुल्य
समान, सदृश
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निसर्ग
प्रकृति
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प्रकार
चहार दीवारी, परकोटा, पोरा
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प्रकृति
किसी पदार्थ या प्राणी का वह विशिष्ट भौतिक सारभूत तथा सहज व स्वाभाविक गुण जो उसके स्वरूप के मूल में होता है और जिसमें कभी कोई परिवर्तन नहीं होता, मूल या प्रधान गुण जो सदा बना रहे, तासीर
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प्राण
वह वायु या हवा जो साँस के साथ अंदर जाती और बाहर निकलती है, वायु, हवा
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बनावट
रूप विधान , रूप रचना
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बाण
आदत, स्वभाव, व्यसन
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भेद
रहस्य , मर्म
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भेष
किसी विशिष्ट संप्रदाय का साधु संत, (साधुओं की परि॰)
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मर्म
भेद , रहस्य
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रहस्य
गुप्तभेद, गोपनीय विषय; मर्म, एकान्त में घटित वृत्त
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रूप
स्वरूप, सौन्दर्य, सुन्दरता, चाँदी।
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लक्षण
किसी पदार्थ की वह विशेषता जिसके द्वारा वह पहचाना जाए, वे गुण आदि जो किसी पदार्थ में विशिष्ट रूप से हों और जिनके द्वारा सहज में उसका ज्ञान हो सके, चिह्न, निशान, आसार
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लावण्य
लवण का धर्म या भाव, नमकपन,लवणत्व
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वेश
पहनने के वस्त्र; पोशाक; पहनावा
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वेष
दे॰ 'वेश'
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शक्ल
चमड़ा, छाल ; कमल नाल ; चोनी ; टुकड़ा; मनु के अनुसार एक प्राचीन कालीन देश विशेष
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संरचना
वाञ्छित निर्माणक अनुरूप सामग्री तथा अङ्ग-प्रत्यङ्गक संयोजन
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सदृश
समान ; पर्याप्त
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सम
समान, तुल्य, बराबर
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समरूप
रूप, आकार आदि के आधार पर जो किसी के समान हो
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समान
गुण, मूल्य महत्व आदि के विचार से किसी के अनुरूप या बराबरी का, जो गुण, मान, मूल्य, महत्व आदि में एक से हों, जिनमें परस्पर कोई अंतर न हो, सम, बराबर, तुल्य
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सर्ग
गमन, गति, चलना या बढ़ना
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सूरत
रूप, शक्ल , आकृति , सूरति
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सौंदर्य
सुन्दरता, शोभा
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स्वधा
इसका उच्चारण पितरों और देवताओं को हवि देते समय किया जाता है
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स्वभाव
सदा बना रहने वाला मूल या प्रधान गुण , तासीर , जैसे,—जल का स्वभाव शीतल होता है
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स्वाँग
कृत्रिम या बनावटी वेश जो अपना रूप छिपाने अथवा दूसरे का रूप बनाने के लिये धारण किया जाय , भेस , रूप
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हृदय
करेज
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