अंधक

अंधक के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

अंधक के ब्रज अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • एक दैत्य जो कश्यप एवं दिति का पुत्र जिसके सहस्त्र सिर थे

    उदाहरण
    . सूरदास के प्रभु तुव मग जोवै, अंधकरिपु ता रिपु-सुख-दैनी।


विशेषण

  • नेत्रहीन
  • अज्ञानी, अविवेकी
  • अंधकारमय

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