ई के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

ई के बुंदेली अर्थ

  • हिन्दी वर्णमाला दे.ना.लि. का चौथा स्वर वर्ण, इस का उच्चारण स्थान तालु है,

    उदाहरण
    . प्र. बलवाची प्रत्यय, बुन्देली के मध्य तथा पश्चिमी और दक्षिणी क्षेत्रों में प्रयुक्त होता है, क्षेत्रों में (ऊ) का प्रयोग होता है, यह । अव्यय ही है।

सब्सक्राइब कीजिए

आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।

हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली

रजिस्टर कीजिए

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा