Synonyms of khag-pati
खगपति के पर्यायवाची शब्द
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                                    अंबरमणि
                                        
आकाश के मणि अर्थात सूर्य, प्रभाकर
 - 
                                
                                    अंबरीष
                                        
वह मिट्टी का बरतन जिसमें लोग गर्म बालू डालकर दाना भूनते हैं, भाड़
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                                    अंशु
                                        
किरण
 - 
                                
                                    अंशुमाली
                                        
सूर्य
 - 
                                
                                    अदितिसुत
                                        
देवता
 - 
                                
                                    अन्न
                                        
अनाज
 - 
                                
                                    अयुग्मवाह
                                        
हमारे सौर जगत का वह सबसे बड़ा और ज्वलंत तारा जिससे सब ग्रहों को गर्मी और प्रकाश मिलता है
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                                    अरणि
                                        
सूर्य
 - 
                                
                                    अरणी
                                        
सूर्य
 - 
                                
                                    अरविंदबंधु
                                        
हिन्दू धर्मग्रंथों में वर्णित एक देवता
 - 
                                
                                    अरुण
                                        
लाल रंग का, लाल, रक्त
 - 
                                
                                    अर्क
                                        
सूर्य
 - 
                                
                                    अर्णव
                                        
समुद्र
 - 
                                
                                    अर्यमा
                                        
सूर्य
 - 
                                
                                    अवरव्रत
                                        
सूर्य
 - 
                                
                                    अवि
                                        
दे. 'अक्षय' दे० 'अव्य' भी ३ जिसे बुरा
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                                    असुर
                                        
राक्षस,दैत्य, नीच वृत्ति का पुरुष
 - 
                                
                                    अह
                                        
अचरज, दु:ख क्लेश आदि का उद्गार
 - 
                                
                                    अहि
                                        
साप
 - 
                                
                                    आकाशचारी
                                        
आकाशगामी
 - 
                                
                                    आतपी
                                        
सूर्य , १७४ बि० १६.१३ राखि
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                                    आदित्य
                                        
अदिति के पुत्र सूर्य
 - 
                                
                                    आफ़ताब
                                        
हमारे सौर जगत का वह सबसे बड़ा और ज्वलंत तारा जिससे सब ग्रहों को गर्मी और प्रकाश मिलता है, सूर्य, सूरज
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                                    ईशान
                                        
स्वामी, अधिति, प्रभु
 - 
                                
                                    उक्षा
                                        
सूर्य, बैल
 - 
                                
                                    उग्र
                                        
प्रचंड, उत्कट
 - 
                                
                                    उरगारि
                                        
गरुड़
 - 
                                
                                    उष्णक
                                        
एक वैदिक छंद
 - 
                                
                                    एकचक्र
                                        
एक ही नरेश द्वारा शासित ; चक्रवर्ती
 - 
                                
                                    एकपात
                                        
अकस्मात् या अचानक होने वाला
 - 
                                
                                    क
                                        
क्यों, कहो
 - 
                                
                                    कपिल
                                        
अग्नि
 - 
                                
                                    कमलबंधु
                                        
सूर्य
 - 
                                
                                    कर्मसाक्षी
                                        
वे देवता जो प्रणियों के कर्मों को देखते रहते हैं और उनके साक्षी रहते हैं
 - 
                                
                                    कलिंद
                                        
पुराणों में वर्णित एक पर्वत जिससे यमुना नदी निकलती है
 - 
                                
                                    कवि
                                        
वह व्यक्ति जो कविता अथवा काव्य की रचना करता हो , रचनाकार
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                                    किरणमाली
                                        
सूर्य
 - 
                                
                                    कुतप
                                        
दिन का आठवाँ मुहूर्त जो दोपहर का होता है; श्राद्ध की आवश्यक वस्तुएँ; बाजा विशेष ; बकरी के बाल का कंबल ; सूर्य ; अग्नि ; ब्राह्मण , ८. अतिथि , ९. भांजा
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                                    केश
                                        
सिर का बाल
 - 
                                
                                    क्षिद्र
                                        
रोग
 - 
                                
                                    खग
                                        
पक्षी, चिड़िया
 - 
                                
                                    खगकेतु
                                        
गरुड़
 - 
                                
                                    खचर
                                        
आकाश में चलनेवाला, खेचर
 - 
                                
                                    खद्योत
                                        
भकजोगनी
 - 
                                
                                    खद्योतक
                                        
सूर्य
 - 
                                
                                    खरांशु
                                        
सूर्य, खरकर, तिग्मरश्मि
 - 
                                
                                    खल
                                        
क्रूर, कठोर
 - 
                                
                                    खेचर
                                        
आकाश में चलने या उड़ने वाला, आकाशचारी
 - 
                                
                                    गगनध्वज
                                        
सूर्य
 - 
                                
                                    गगनवटी
                                        
सूर्य
 
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